विवादित वीडियो की धमाल: ध्रुव राठी की सोच ने फिर मचाई हलचल
भारतीय सोशल मीडिया की दुनिया में वीडियो ब्लॉगर ध्रुव राठी का नाम एक नया तूफान लेकर आया है। उनके हालिया विवादित वीडियो ने हलचल मचा दी है। इस वीडियो में, राठी ने भारत की तुलना उत्तर कोरिया से की है, जिससे सोशल मीडिया पर गर्मागर्म बहस छिड़ गई है।
सोशल मीडिया की राय
कुछ लोग राठी के इस विवादित मुकाम को मोदी सरकार के तानाशाही नीतियों के प्रति एक आवश्यक चेतावनी के रूप में देख रहे हैं। एक ट्वीट
यह वीडियो विशेष रूप से मोदी भक्त के वोटर्स को जरूर दिखाया जाना चाहिए,जो सरकार के और उनके तानाशाही नीतियों के बारे में कुछ भी गलत नहीं मानते हैं,
ध्रुव राठी ने महज 70 सेकंड में वह सब कुछ गिना दिया जो लोकतंत्र को खतरे में साबित करता है। pic.twitter.com/o6kOv83mJq
— I-N-D-I-A (@_INDIAAlliance) February 23, 2024
में कहा गया है, “ध्रुव राठी ने महज 70 सेकंड में वह सब कुछ गिना दिया जो लोकतंत्र को खतरे में साबित करता है।”
वहीं, इसे विपरीत मानने वाले तर्क
ध्रुव राठी का यह विडियो हर व्यक्ति तक पहुंचाओ।
ये 30 मिनट आपकी आंखें खोल देंगे।
सबको हकीकत पता चलनी चाहिए।
पहले रीट्वीट करो, बाद में देखना। pic.twitter.com/A5tVtBwp66
— Rishi Choudhary 🇮🇳 (@RishiRahar) February 23, 2024
देते हैं कि राठी की सामग्री मोदी सरकार के खिलाफ बिना आधार के आरोप हैं। लेकिन राठी के समर्थक सरकार की आलोचनाओं को राजनीतिक स्वस्थता की तरह देखते हैं।
क्या कहेंगी सरकार?
राठी के वीडियो का जवाब सरकार की ओर से अभी शायद नहीं आया है, लेकिन यह निश्चित है कि इसे लेकर राजनीतिक बहस में तेजी आएगी। सरकार और उसके समर्थक इसे देश की छवि खराब करने की साजिश के रूप में देख रहे हैं।
लोगों का जोड़
इस विवाद के बीच, ध्रुव राठी के समर्थकों ने सोशल मीडिया पर उनके वीडियो को व्यापक पैमाने पर शेयर किया है। एक ट्वीट
ध्रुव राठी का ये वीडियो सभी को देखना चाहिए , इसको इतना शेयर करिए सभी तक पहुंच जाए।pic.twitter.com/Plov3057Ph
— Shivam Yadav (@ShivamYadavjii) February 23, 2024
में लिखा गया है, “ध्रुव राठी का ये वीडियो सभी को देखना चाहिए, इसको इतना शेयर करिए सभी तक पहुंच जाए।” इससे यह स्पष्ट है कि लोग उनके व्यक्तव्यों और सरकार के बारे में उनकी राय को महत्वपूर्ण मानते हैं।
भविष्य क्या होगा?
इस घटनाक्रम के नतीजे के बारे में अभी कुछ भी कहना जल्दी होगा, लेकिन एक बात साफ है कि ध्रुव राठी ने अपने वीडियो के माध्यम से भारतीय राजनीति में गंभीर प्रश्न उठाए हैं। ये प्रश्न न केवल सरकार की नीतियों के बारे में है, बल्कि ये भारतीय लोकतंत्र की मौलिक संरचना को छूते हैं।
समाज में जागरूकता और वार्तालाप की शुरूआत होने के साथ, इस विषय पर विस्तृत चर्चाओं की उम्मीद की जा सकती है। क्या भारतीय सोशल मीडिया का यह नया तूफान रचनात्मक परिवर्तन लाएगा या यह भी अन्य सोशल मीडिया विवादों की तरह धीरे-धीरे शांत पड़ जाएगा, यह समय ही बताएगा।