हरियाणा स्कूल बस दुर्घटना: सरकार ने क्या कार्रवाई की?

हरियाणा स्कूल बस दुर्घटना

हरियाणा स्कूल बस दुर्घटना: सरकार ने कार्रवाई की

परिचय

हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले की एक दुखद स्कूल बस दुर्घटना में छह युवा छात्रों की दुखद मौत हो गई। इस हृदयविदारक घटना ने सरकार को त्वरित कार्रवाई करने के लिए प्रेरित किया है।

स्कूल प्रिंसिपल की गिरफ्तारी

हरियाणा सरकार ने दुर्घटना में जानमाल की हानि के लिए जवाबदेही तय करने में कोई समय नहीं गंवाया। स्कूल की प्रिंसिपल दीप्ति राव को लापरवाही के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि वह जानती थी कि बस चालक नशे में था, फिर भी उसने उसे बस चलाने की अनुमति दी।

एफआईआर दर्ज

पुलिस ने बस चालक, स्कूल प्रिंसिपल और स्कूल संचालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं, जिनमें लापरवाही से मौत का कारण बनना, लापरवाही से दुर्घटना का कारण बनना और शराब के नशे में वाहन चलाना शामिल है।

मुआवजा घोषणा

सरकार ने मृतक छात्रों के परिवारों को 2 लाख रुपये और घायल छात्रों को 50,000 रुपये के मुआवजे की घोषणा की है। इस वित्तीय सहायता का उद्देश्य दुखी परिवारों को इस कठिन समय में कुछ राहत प्रदान करना है।

छुट्टी के दिन स्कूल खुला रहना

दुर्घटना के समय, स्कूल ईद की छुट्टी थी। हालाँकि, स्कूल फिर भी संचालित हो रहा था। इससे स्कूल प्रशासन और शिक्षा विभाग के बीच समन्वय की कमी पर सवाल उठते हैं।

अन्य समान दुर्घटनाएँ

भारत में स्कूल बस दुर्घटनाएँ एक चिंताजनक प्रवृत्ति बन गई हैं। 2019 में लखनऊ और 2023 में बाराबंकी में हुई इसी तरह की दुर्घटनाओं ने छात्रों की सुरक्षा के महत्व पर प्रकाश डाला है।

निष्कर्ष

हरियाणा सरकार की कार्रवाई इस बात की गवाही देती है कि वह इस दिल दहला देने वाली स्कूल बस दुर्घटना के लिए जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराने के लिए प्रतिबद्ध है। हालांकि, सुरक्षा उपायों को मजबूत करना और स्कूल प्रशासनों और शिक्षा विभागों के बीच समन्वय में सुधार करना भी महत्वपूर्ण है। केवल सामूहिक प्रयासों से हम इस तरह की त्रासदियों की पुनरावृत्ति को रोक सकते हैं और हमारे बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं।

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